क्या नही है पास तुम्हारे,
प्रेम रत्न ही सच्चा धन है।
प्रेम बिना है ये जीवन सुना,
प्रेम बिना भटकते रह जाओगे
ज़िन्दगी भर,
सच कहता हूँ सज्जनों,
प्यार ही ज़िन्दगी है।
जीवन जीने की होड़ मे,
ज़िन्दगी कुछ पन्नों मे सिकुड़ती जा रही है।
हमारी आँखों मे कुछ तो ख्वाब जरूर है,
पर खुद से ही प्यार नही कर पा रहे।
मोहब्बत के बातो से कभी नफरत ना करना।
प्यार ही ज़िन्दगी है
ज्यादा वक्त नही लगता है,
अपनी ज़िन्दगी को बिगाड़ने मे
अगर प्यार निभाने की चाहत है तो,
राधा कृष्ण सा प्यार कर ले।
बंद कमरे मे कैद सी हो रही ज़िन्दगी,
हृदय हिलोर लेने लगा है ।
सच कहता हूँ सज्जनों,
प्यार ही ज़िन्दगी है ।
– अमन रंगेला “अमन” सावनेरी
सावनेर, नागपुर, महाराष्ट्र
फोन नंबर – 9579991969
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