neerajtimescom.देहरादून- गोष्ठी की अध्यक्षता ‘मकाम’ की प्रदेश अध्यक्ष आदरणीया डॉ. विद्या सिंह द्वारा की गई। मुख्य अतिथि महिला काव्य मंच की प्रांतीय उपाध्यक्ष आदरणीया निशा गुप्ता रहीं। गोष्ठी का संयोजन व संचालन ‘महिला काव्य मंच की महासचिव श्रीमती नीरू गुप्ता “मोहिनी” द्वारा किया गया। भारतीय परम्परानुसार नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’ ने माँ सरस्वती की वंदना से गोष्ठी का शुभारंभ किया। तत्पश्चात् काव्य पाठ की साहित्यिक धारा में सभी ने अपनी सुंदर-सुंदर प्रस्तुति से मंच को शोभायमान किया। सावन विषय पर आयोजित काव्य गोष्ठी में सभी कवयित्रियों ने एक से बढ़कर एक अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुतियाँ देकर मंच को सावन की फुहारों से सराबोर कर दिया। जिसमें सावन पर छंदमुक्त व छंदबद्ध खूबसूरत माहिया गीत, दोहे, गीत, मुक्तक,ग़ज़ल, शिव स्तुति आदि की प्रस्तुतियां दी गई । इन रचनाओं में हरियाली, प्रकृति, तीज,शिव-गौरा ,झूला, बरसात, कोयल, मोर ,हरी- हरी चूड़िया, साजन, स्त्री के सोलह शृंगार आदि को समाहित कर शृंगार रस में संयोग और वियोग दोनों का ही अतीव सुंदर चित्रण किया गया।
कहा जाता है कि एक सच्चा साहित्यकार वह होता है जो अपनी कलम से समाज में घटित विसंगतियों की ओर आपका ध्यान दिलाए। साहित्यकार का यह फ़र्ज़ आ. डॉ. विद्या सिंह ने बखूबी निभाया। उन्होंने समसामयिक विषय मणिपुर हादसे से उपजी पीड़ा, नारी की अस्मिता और सुरक्षा की चिंता को अपनी करुण रचना द्वारा साझा किया।
सचमुच आज नारी जब हर क्षेत्र में अपनी सफ़लता दर्ज करा रही है, बावजूद इसके आज भी द्रोपदी की भांति उसकी अस्मिता और सुरक्षा एक ज्वलंत प्रश्न बना हुआ है। पर अफ़सोस कि आज कोई कृष्ण नहीं आते। गोष्ठी में वरिष्ठ कवयित्री डॉ नीलम प्रभा वर्मा, कुसुम पंत ‘उत्साही’, संगीता जोशी कुकरेती ,आदरणीय माहेश्वरी कनेरी,मणि अग्रवाल ‘मणिका’, प्रो. उषा झा ‘रेणु , रेखा जोशी शोभा पराशर, अर्चना झा ,निशा अतुल्य ,अमृता पांडे , कविता बिष्ट, सौम्या श्रीवास्तव, डॉ. सीमा गुप्ता, ज्योत्सना शर्मा ‘प्रदीप ‘, डॉ. इंदु अग्रवाल, नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’, अंजू श्रीवास्तव,करुणा अथैया ‘किरण’, और डॉ. विद्या सिंह की उपस्थिति रही।
अंत में डॉ. विद्या सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन से सभी कवयित्रियों को उनके उत्कृष्ट काव्यपाठ हेतु असीम स्नेह तथा आशीर्वचन देकर उज्ज्वल भविष्य हेतु सबको बधाई प्रेषित की और गोष्ठी को पूर्णता प्रदान की। – नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’, ‘महासचिव’, मकाम, देहरादून इकाई