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महिला काव्य मंच दिल्ली ईकाई की काव्य गोष्ठी में कवयित्रियों ने लगाए चार चाँद

neerajtimes.com – महिला काव्य मंच, उत्तरी पूर्वी दिल्ली जिला ईकाई की ऑफ लाइन गोष्ठी सफलता पूर्वक संपन्न हुई। यह गोष्ठी जिलाध्यक्ष पूनम तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में महिला काव्य मंच की वैश्विक अध्यक्ष नीतू सिंह राय  थी। गोष्ठी का सुंदर संचालन जिला उपाध्यक्ष श्रीमती नूतन गर्ग एवं सचिव सुमन कटारिया द्वारा बेहतरीन ढंग से किया गया। महासचिव मधु वशिष्ठ की सरस्वती वंदना से गोष्ठी का शुभारंभ हुआ।

सभी उपस्थित कवयित्रियों ने अपने सुंदर काव्य पाठ से आज की गोष्ठी को सफल बनाया। “मन से मंच तक” की परम्परा को निभाते हुये सभी कवयित्रियों ने मंच की शोभा बढ़ाई। मुदित गर्ग और प्रमिति गर्ग जिन्होंने इस गोष्ठी को सफल बनाने में अपना योगदान दिया उन्हें मंच द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मिलित कवयित्रियां अपनी रचनाएं पढ़ कर माहौल बना दिया –

शिखा अरोरा –

‘नेताजी कुर्सी पर बैठे  पढ़ते थे अखबार।

बाहर पंचम सुर में पत्नी छेड़ रही थी तार।’

हरप्रीत कौर –

‘घर की दीवारों तक नहीं आसमां तक उड़ना है मुझे

हर काम कर सकती हूं मैं, सारे गौरव प्राप्त कर आगे बढ़ना है।’

मधु अरोरा –

‘वक्त के साथ हर बात बदलती है,

लव यू कहने वालों की चाल बदलती है।’

पुनीता सिंह –

‘शूलों से हम चुभना सीखें,सुमनों से हम हँसना,

चुभन सुमन दोनों हैं ज़रूरी चमकाएं जीवन का गहना।’

कुलीना कुमारी –

‘तमन्ना है, किसी शांत स्थान में,

छोटा सा ही सही लेकिन अपना घर हो।’

मीनाक्षी भसीन –

‘साँसों का स्पंदन है बंधन मीठे से अंतस का चंदन है।’

सरिता गुप्ता –

‘देह उम्र की सीढ़ियां, चढ़ती हैं हर बार।

मन बचपन की देहरी, कब कर पाया पार।’

लतिका बत्रा –

‘बहुत दिल करता है कभी-कभी बैठ पास पास

सुने ठंडे गलियारे में गोल और चकोर मेहराबों की

सहमी सहमी तराई में सुने  कुछ बेचैन हवाओं की फड़फड़ाहट।’

सुमन कटारिया –

‘क्यों श्याम बदरिया घिर आई ,मेरे खंजन नैनों में!*

मधु वशिष्ठ –

‘मेरे मरणोपरांत तुम आंसू बहाओगे,

रोरो के मेरी बातें दुनिया को बताओगे।’

नूतन गर्ग –

‘मानव और मोबाइल का वार्तालाप

तू मेरा नौकर मैं तेरा मालिक …हा.हा.हा.’

पूनम तिवारी –

‘ख्याल क्या आने शुरू हुए, रूकने का नाम ही नहीं लेते,

ना जाने कितनी रातों को कत्ल किया है इन्होने।’

नीतू सिंह राय –

‘अगर मैं एक परी होती,तो जाती ऐसे शहरों में,

जहां लोग लोगों से नफ़रत करते हैं।’

अंत में धन्यवाद संबोधन के बाद,  महिला वैश्विक अध्यक्ष नीतू सिंह राय  की देख-रेख में काव्य गोष्ठी सफलता पूर्वक संपन्न हुई।

(नूतन गर्ग उपाध्यक्ष – महिला काव्य मंच उत्तरी पूर्वी दिल्ली ईकाई)

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