वायु की सुगंध में हम ,
चलो सैर करके आते हैं।।
भीषण मेघ छाये है आज,
नभ से गिरता नीर पाते है।।
अम्बर की बूंदों के नीचे,
पूरा दिन गुजार आते हैं।।
खेलो कूदो बारिश में तुम,
ये लम्हे ना दोबारा आते है।।
टप-टप गिरती बारिश में यूं ,
सारे बच्चे खेलकूद आते थे।।
– रोहित आनंद ,मेहरपुर, बांका, बिहार