neerajtimes.com बोकारो (झारखण्ड) – बारीग्राम , गांधीनगर नए बटकेश्वर नाथ मंदिर के पास सामुदायिक भवन में राष्ट्रीय कवि संगम बोकारो जिला इकाई द्वारा एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।जिसमे बोकारो जिला इकाई के मुख्य रूप से
प्रांतीय संगठन मंत्री झारखण्ड इकाई श्याम कुंवर भारती और. संरक्षक -विद्या भूषण मिश्र,. मुख्य सलाहकार -श्रीमती ममता सिंह, अध्यक्ष- सुनील सिंह “ज्वलंत”, . उपाध्यक्ष – रविंद्र कुमार रवि, महासचिव- ठाकुर दास नायक, सचिव- अनिल पाठक, सह सचिव -श्रीमती रजनी मल्होत्रा नैय्यर, कोषाध्यक्ष – सनत सिंह, संयोजक – नरेंद्र सिंह, सह संयोजक- टीसी महतो। संगठन -मंत्री विनीत कुमार, मीडिया प्रभारी- नीरज पाठक। और नवाकुंरो में कुमारी अंकिता साह, कुमारी स्वेता ,कुमारी रूपाली महानंद, कुमारी सोनाली चक्रवर्ती, कुमारी टीसा जे डी, कुमारी ज्योति और कुमारी सुनैना ने बहुत ही मनमोहक और सुंदर काव्य पाठ की प्रस्तुति दिया, जिसे दर्शकों ने खुब सराहा और तालियो से स्वागत किया। सरस्वती वन्दना और मंच का संचालन जिला अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रस्तुत किया और सहयोग पूर्व जिला अध्यक्ष सह संरक्षक विद्या भूषण मिश्रा ने किया।
यह आयोजन राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल (बाबूजी),प्रांतीयe अध्यक्ष विजय मेवाड़ ,प्रांतीय महामंत्री सरोज झा और प्रांतीय संगठन मंत्री राकेश नाजुक के मार्गदर्शन में प्रांतीय संगठन मंत्री श्याम कुंवर भारती की निगरानी में किया गया। नए चयनित जिला अध्यक्ष सुनील सिंह के प्रयास से जिला इकाई का काफी विस्तार हो रहा है। काफी संख्या में नए साहित्यकार और कवि इकाई से जुड़ रहे हैं। जिला इकाई को नया भवन , साउंड सिस्टम और कुर्सी सहित क्षेत्र के गणमान्य लोगों के सहयोग से संगठन को दिलाने में सुनील सिंह ने सराहनीय कार्य किया है। सफल अयोजन के बाद क्षेत्रिय गणमान्य लोगों के सहयोग से बड़ा और भव्य कवि सम्मेलन के अयोजन की घोषणा किया जिसमे क्षेत्र के बाहर से ख्याति प्राप्त और बड़े कवियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
कवियों में श्याम कुंवर भारती ने दे गए दिल में दाग दिलवर बेहतरीन गजल और राष्ट्र भक्ति कविता रोती क्यों है जननी क्या गम तेरे आंचल में है, भोजपुरी गजल सुनील सिंह ने ओज कविता राष्ट्र के प्रचार से कौन मांग रहा है आजादी ,विनीत पांडेय ने भोजपुरी गीत डाक्टर कसाई भईले बेच के ईमान हो ,इनका के कइसे अब कही भगवान हो ,रविंद्र रवि ने गजल मन क्यों उदास होता है, नीरज पाठक ने ज़रूरत क्या टीसी महतो ने झारखण्ड के नगरिया , विद्या भूषण मिश्रा ने असलहे जब कभी नाकाम होने लगे तो लेखनी में धर होनी चाहिए , नरेंद्र प्रताप सिंह ने गद्दारों अब खैर नहीं, ममता सिंह जी ने न टोको मैं क्या से क्या हो जाऊंगी , स्वेता सिंह ने सरस्वती के रूप में नारी है, अंकिता साव ने वो शाम की महफिल ही क्या जिसमें दिल खाक न हो , कुमारी ज्योति ने इन नामर्दो की छिप कर पीठ पीछे से वार करने की आदत नही जाएगी,कुमारी सुनैना ने घर की डांट हमेशा हमारे साथ सोने से पहले और उठने के बाद,रूपाली महानंद ने नारी सम्मान,कुमारी चांदनी ने दहेज प्रथा,कुमारी सोनाली ने वाह बचपन अच्छा है,आदि ने मुख्य रूप से बेहतरीन काव्य पाठ किया और वाह वाही बटोरा।
बैदकारो पश्चिमी मुखिया मालती सिंह पंसस ममता देवी ,के एस पी एस प्राचार्या मानता सिंह ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभ उद्धघाटन किया । अतिथियों में मुख्य रूप से विनय कुमार पाठक,सतेंद्र सिंह, टीपू महतो ,मनोज कुमार गुप्ता,संजय सिंह, विजय कुमार पाण्डेय, सीपी सिंह, अजीत कुमार, लव कुमार, भगवान तिवारी, वी के सिंह,जितेंद्र कुमार,सुनील सिंह,मनोज ठाकुर, नितेश कुमार, रामाकांत सिंह, चितरंजन,नरेश महतो, सुमित पाण्डेय,और प्रदीप उपाध्याय ने भाग लेकर कवियों का हौसला बढ़ाया। स्वागत भाषण रविंद्र रवि ने धन्यवाद ज्ञापन श्याम कुंवर भारती ने किया कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा किया । – (नीरज पाठक मीडिया प्रभारी)