मनोरंजन

परदेसी – झरना माथुर

दूर देश में ओ रहने वाले,

अब तो आजा ओ मेरे राजा।

रस्ता देखे नैना मेरे,

अब ना तड़पा अब तो आ जा।

 

चंदा तू परदेस में जाना,

संदेशा ये देके आना,

बिन साजन के जीवन सूना,

हर पल सूना,अब तो आ जा।

दूर देश में ओ रहने वाले,

अब तो आजा ओ मेरे राजा।

 

बिरहा की मारी ये रैना,

ताना मारे भाभी बहना,

कैसे रोकू काजल बहना,

मेरे सजना अब तो आ जा।

दूर देश मे ओ रहने वाले,

अब तो आजा ओ मेरे  राजा।

 

तुझसे मेरा है सवरना,

तेरी चाहत मेरा गहना,

प्रेम चूनर मुझको पहना जा,

संग में रंग जा, अब तो आ जा।

दूर देश में ओ रहने वाले,

अब तो आजा ओ मेरे राजा।

– झरना माथुर, देहरादून , उत्तराखंड

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