देश के ध्वज का हमेशा मान होना चाहिए ।
राष्ट्र गरिमा का सभी को ध्यान होना चाहिए ।
रात दिन जो सरहदों को सींचते हैं खून से ,
सैनिकों का देश में सम्मान होना चाहिए ।
देवताओं की तरह पूजा करे हर नागरिक ,
हर गली हर गांव में यश गान होना चाहिए ।
लिख गए जो वीर गाथा काल के भी भाल पर ,
उन शहीदों पर हमें अभिमान होना चाहिए ।
गल रहे नित बर्फ में जो जल रहे बारूद में ,
काम है कितना जटिल ये भान होना चाहिए ।
जिन जवानों ने जवानी राष्ट्र हित में वार दी ,
बांकुरों की रणकथा का थान होना चाहिए ।
राजगद्दी के लिए जो एकता खंडित करे ,
उस बशर का हर तरफ अपमान होना चाहिए ।
जाति मजहब नाम पर फिरका परस्ती बंद हो ,
बस तिरंगा कौम का परिधान होना चाहिए ।
एक ही आवाज आये हर शहर हर गांव से ,
देश का इस विश्व में उत्थान होना चाहिए ।
देश हित लिखता रहूँ मेरी यही है कामना ,
गीत “हलधर” राष्ट्र को वरदान होना चाहिए ।
– जसवीर सिंह हलधर , देहरादून