मां शारदे तुम से यही प्रार्थना
मेरे मन में ज्ञान की ज्योति भर देना,
भेदभाव का भाव उर से मिटा देना
मां हृदय में नित तुम्हारा ही वास हो।
मां तुम हर वक्त सच्ची राह बताना
तेरे चरणों की नित वंदना करता रहूं,
तुम से ज्ञान पाकर ये जीवन सवारु
जय – जय ज्ञान प्रदायनि माता।
मां विद्या बुद्धि दायिनी विमल मति दे
हे हंस वाहिनी अज्ञानता का नाश कर,
नित्य तेरा मैं गुणगान करता रहूं
हे मां शारदे मुझे ऐसी बुद्धि दे।
– कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन अपर बाजार
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड