भजती हूं श्रीराम को जय मेरे भगवान,
गरल सुधा पीती रहूं जयश्री राम.
जागो मेरे देश के बीर सपूतों,
अब जागने की बारी आई,
सनातनधर्म पर हल्ला बोला दुष्टों ने,
अब हिन्दुत्वा को बचाने की बारी आई है।
जान की बाजी लगा देंगे मित्रों
दुश्मन को हरगिज नहीं छोड़ेंगे।
अपने राष्ट्र हिन्दुत्व के लिए मरते दम तक लड़ेंगे,
जो वादा खुद से ,व राष्ट्र से किया है,
वो कभी नहीं तोडेंगे।
कुछ दुष्टों ने भीतर घात लगाए हैं,
छींटे हम तक आये हैं,
वक्त आया है सजग होने का,
दुश्मन को सबक सिखाने का।
प्यारा हिंदुस्तान है मेरा
सनातन धर्म हिन्दुत्व की जान है,
विश्व गुरु कहलाता है भारत
ये विश्वा,में बिख्यात है ये हमारी पहचान है।
आन बान से इसे सींचेगे,
आंख उठा कर जो देखे दुश्मन,
उसकी गर्दन मरोड़ देंगे ।
मां के लाल जो शहीद हुए हैं,
सौगंध उनकी खाते हैं,।
सनातन धर्म सदा अखण्ड रहे,
शांति दूत है मेरा भारत,
पर दुश्मन के लिए प्रचण्ड रहे।
सौगंध है हमें राम श्याम की,
और बहिनो की राखी की,
सौगंध है हमें भगवा ,केशरी की ,
सौगंध है हमें खाकी की।
सोने की चिड़िया कहलाता है मेरा देश,ये पुनः दोहराएंगे,
दुश्मन का सीना कुचल कर ,
ध्वजा केशरी फहराएंगे।
– श्रीमती सुन्दरी नौटियाल (शोभा) , देहरादून, उत्तराखंड