neerajtimes.com शिवगंज(राजस्थान) – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पंचायत सहायको, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स एवं मदरसा पैराटीचर्स के मानदेय में वृद्धि के प्रस्तावों की स्वीकृति पर राजस्थान शिक्षक संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने स्वागत योग्य कदम बताया।
शिक्षक संघ(प्रगतिशील)के प्रदेश मीडिया प्रभारी गुरुदीन वर्मा के अनुसार संघ (प्रगतिशील) के प्रदेश मुख्य महामंत्री धर्मेन्द्र गहलोत ने बताया कि राजस्थान काॅन्ट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स-2022 के तहत पंचायत सहायको, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स एवं मदरसा पैराटीचर्स के मासिक मानदेय को बढाकर 16900 रूपये कर दिया गया हैं। यह बढोतरी का लाभ बी.एड., बीएसटीसी अथवा डीएलईडी की शैक्षणिक योग्यता वाले संविदाकर्मियो को देय होगा। इसके अतिरिक्त पंचायत सहायको, शिक्षाकर्मियो, पैराटीचर्स एवं मदरसा पैराटीचर्स का पदनाम संशोधित कर क्रमशः सहायक शिक्षक, कनिष्ठ शिक्षक, पंचायत शिक्षक एवं शिक्षा अनुदेशक कर दिया गया हैं। साथ ही इन सभी पदों पर कार्यरत संविदा कर्मियों को 9 वर्ष एवं 18 वर्ष की संविदा सेवा अवधि पूर्ण करने पर मासिक मानदेय बढाकर क्रमशः 29600 एवं 51600 रूपये कर दिया हैं। पदनाम में क्रमशः ग्रेड-द्वितीय एवं ग्रेड-प्रथम को भी जोडने को प्रावधान किया गया है। इस नियम के अन्तर्गत आने से पूर्व यदि किसी संविदा कर्मी को नियत मानदेय से ज्यादा मानदेय प्राप्त हो रहा हैं तो उसके मानदेय को संरक्षित किया जायेगा। इस निर्णय से संविदा सर्विस रूल्य 2022 के अन्तर्गत उच्चतर मानदेय एवं पदनाम मिलने से संविदाकर्मियों के एक बडे वर्ग को जबरदस्त लाभ होगा जिस पर संगठन ने खुशी जताने के साथ संगठन द्वारा राज्य सरकार को निरन्तर ज्ञापन देकर यह मांग संगठन द्वारा कई बार उठाई गई जिस पर राज्य सरकार द्वारा स्वीकार करने पर राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया।