मनोरंजन

नुक्तक — श्याम कुंवर भारती

जोशीमठ का दर्द-

हृदय विचलित आंखो में आंसू घर मेरा छूट रहा है।

पड़ी दीवारों में दरारें दरकी जमीन घर मेरा टूट रहा है।

पवन पवित्र जोशीमठ भावनाओं और भक्ति की भूमि ।

जीवन भर की कमाई जमा पूंजी सब मेरा लूट रहा है।

हिंदी की हुकूमत-

हिन्द की हिम्मत, इज्जत और सबकी किस्मत है हिंदी।

जोड़े दिलो को बनाए राष्ट्र एकमत वो हिकमत है हिंदी ।

प्यार मान और सम्मान मिलता है हर भाषा बोली यहां ।

सब भाषाओं की शान जग में चलाती हुकूमत है हिंदी ।

– श्याम कुंवर भारती,( राजभर), बोकारो, झारखंड मोब.-9955509286

Related posts

विश्वकर्मा – सुनील गुप्ता

newsadmin

आया है शिव मास सखी री – आर.सूर्य कुमारी

newsadmin

खामोशियां भी बेअसर – पूनम शर्मा

newsadmin

Leave a Comment