neerajtimes.com देहरादून। अपने गौरवशाली इतिहास के साथ भारतीय नौसेना भारतीय सामुद्रिक सीमाओं की रक्षा करने के साथ-साथ भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की भी रक्षक है। देश में भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और भूमिका को पहचानने के लिए हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। 4 दिसंबर को उस दिन के रूप में चुना गया था जब 1971 में, ऑपरेशन ट्राइडेंट के दौरान, भारतीय नौसेना ने पीएनएस खैबर सहित चार पाकिस्तानी जहाजों को डुबो दिया था, जिसमें पाकिस्तानी नौसेना के सैकड़ों कर्मी मारे गए थे। इस दिन 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को भी याद किया जाता है।
भारतीय नौसेना के इस गौरवशाली दिवस को बड़े ही उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया जाता है। सप्ताह भर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। देशवासियों की सुरक्षा में भी भारतीय नौसेना की सराहनीय भूमिका है। नौसेना कर्मियों के वीरतापूर्ण कार्यों की याद में और राष्ट्र के प्रति नौसेना की प्रतिबद्धता को फिर से समर्पित करने के लिए, एक सप्ताह भर चलने वाला उत्सव, जिसमें विभिन्न गतिविधियों को शामिल किया जाता है, नौसेना सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय, देहरादून में नौसेना दिवस के आयोजन की तैयारियाँ बड़े ही उत्साह एवं उमंग के साथ की जा रही हैं। जिसमें 01 दिसंबर 2022 को रक्तदान शिविर, 03 दिसंबर 2022 को कॉलेज/स्कूल के विद्यार्थियों का राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय भ्रमण और भारतीय नौसेना और हाइड्रोग्राफिक विभाग पर आधारित प्रदर्शनी जैसी विभिन्न गतिविधियाँ शामिल होंगी। 03 दिसंबर 22 को ही अपराह्न 04:00 बजे से कार्यालय के मैदान में सेवानिवृत्त सैनिकों एवं असैनिक कर्मियों (सिविलियन) के साथ मिलन/बातचीत का कार्यक्रम होगा, जिसमें मुख्य जल सर्वेक्षक की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
नौसेना सप्ताह समारोह में आयोजित कार्यक्रम के क्रम में ही मुख्य समारोह 04 दिसंबर 2022 को शाम 04:00 बजे से शाम 07:30 बजे तक ‘एट होम’ समारोह के रूप में आयोजित किया जाएगा। समारोह में उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल महामहिम लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह, PVSM, UYSM, AVSM, VSM मुख्य अतिथि एवं मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि के के रूप में शिरकत करेंगे।