neerajtimes.com जबलपुर (म प्र) – समाज और राष्ट्र की जागृति में साहित्य का अप्रतिम योगदान है। साहित्य के माध्यम से समाज का उपकार होता है। वर्तमान में जो साहित्य रचा जा रहा है, वह समसामयिक घटनाक्रमों के साथ पाठकों के मन को जागृत करते हुये नवदृष्टि प्रदान करता है। तदाशय के उदगार शब्द संचेतना की राष्ट्रीय स्तर पर क्रियाशील संस्था कादम्बरी के अ.भा.साहित्यकार-पत्रकार सम्मान समारोह में अतिथियों ने व्यक्त किये। आयोजन के मुख्य अतिथि डॉ. भगवान स्वरूप शर्मा चेतन्य थे। अध्यक्षता प्रज्ञापीठाधीश्वर साध्वी विभानंद गिरी ने की।विशिष्ठ अतिथि इं. डी सी जैन,डॉ. अखिलेश गुमास्ता थे।
वरिष्ठ साहित्यकार कादम्बरी के अध्यक्ष,आचार्य भगवत दुबे, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.राजकुमार सुमित्र एवं महासचिव राजेश पाठक प्रवीण ने कादम्बरी की गतिविधियों के साथ स्मृति सम्मान एवं सम्मानित साहित्यकारों का परिचय दिया। विविध प्रान्तों के 92 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। मंचीय व्यवस्था विजय जायसवाल,प्रभा विश्वकर्मा,डॉ. संध्या जैन श्रुति,डॉ.शशि लढिया,सिद्देश्वरी सराफ,डॉ.कामना कौस्तुभ,विनीता पेगवार,अस्मिता शैली,ज्योति मिश्रा, सजल नायक, प्रमोद कुशवाहा, प्रतिमा अखिलेश, अर्चना द्विवेदी, राजेन्द्र मिश्रा,सुशील श्रीवास्तव,डॉ. संध्या जैन श्रुति,भावना दीक्षित, आशुतोष तिवारी ने निभाई। अतिथियों का स्वागत साधना उपाध्याय, यशोवर्धन पाठक ने किया। मंगलाचरण निशा तिवारी, सरस्वती वंदना नृत्य अंकिता गिनारा एवं गणेश वंदना नृत्य अपनी डांस फेमिली के कलासाधकों ने प्रस्तुत किया।
इन कृतियों का विमोचन –
स्व. रामेन्द्र तिवारी एवं स्व.गार्गीशरण मिश्र की स्मृति में आयोजित समारोह में कादम्बरी की गतिविधियों पर आधारित स्मारिका के साथ वरिष्ठ साहित्यकार आचार्य भगवत दुबे की कृति बुंदेली में प्राण बसत हैं एवं लोकमंजरी, वंदना सोनी की किताब विडंबना का विमोचन किया गया ।कार्यक्रम का संचालन प्रतुल श्रीवास्तव,राजेश पाठक प्रवीण, संतोष नेमा, साधना उपाध्याय ने किया ।
इनको मिला अलंकरण सम्मान –
ज्ञान वारिधि स्व. ब्रह्मदत्त तिवारी वांग्मय भूषण सम्मान से समारोह का प्रारंभ हुआ। स्व.ओंकार प्रसाद दुबे वांग्मय रत्न सम्मान से भगवान स्वरूप शर्मा ग्वालियर,स्व. पाण्डुरंग पिंजरकर संस्कृति भूषण सम्मान से डॉ.श्याम मनोहर सीरोठिया सागर,स्व.डॉ. गार्गीशरण मिश्र साहित्य मराल सम्मान से डॉ. तनूजा चौधरी, सुभाष शलभ, स्व. रामेन्द्र तिवारी सम्मान से डॉ. दिनेश पाठक शशि माथुरा,स्व.जागेश्वर प्रसाद तिवारी सम्मान से डॉ. अखिलेश पालरिया, डॉ.करूणा पाण्डेय लखनऊ,स्व.सेठ गोविन्द दास सम्मान से कृष्ण कुमार द्विवेदी,स्व. विशम्भर दयाल अग्रवाल स्मृति पत्रकारिता सम्मान से विनोद बब्बर दिल्ली,उदय किरौला अल्मोडा को सम्मानित किया गया। रामकृष्ण सहस्त्रबुद्धे,गोविन्द उपाध्याय नागपुर सुरेश पटवा भोपाल, दीनदयाल तिवारी टीकमगढ़, दीनदयाल साहू भिलाई,राजकुमार कोरी बैतूल को सम्मानित किया गया।
समारोह में हरिकृष्ण त्रिपाठी, केशव प्रसाद पाठक, रामानुजलाल श्रीवास्तव,पं. गोविन्द प्रसाद तिवारी, मानकलाल शिवहरे,भगवती प्रसाद दुबे, आशादेवी दुबे,डॉ.जमालुद्दीन, राधिका प्रसाद पाठक सम्मान से साहित्यकारों को अलंकृत किया गया। तीसरे सोपान में हर्षवर्धन पाठक, उर्मिला श्रीवास्तव, रजनीकांत चौबे, श्रवण दीपावरे, सिद्धार्थ भट्ट, देवीचरण नेमा, भवानीप्रसाद पाठक,नीना माथुर, हेमलता द्विवेदी, शिवनारायण माथुर, पन्नालाल श्रीवास्तव नूर, भवानी प्रसाद तिवारी, यदुनंदन प्रसाद वाजपेयी, नर्मदा प्रसाद खरे, लक्ष्मी शर्मा, डॉ. गायत्री तिवारी, विवेक मिश्रा, महेश किशोर शर्मा, विमला दुबे, सुधीर वाजपेयी, रमेशचन्द चौबे, सुनीता मिश्रा, राम भवन सिंह ठाकुर, लीला मिश्रा, शिवनारायण पाठक, मिथिलेश माथुर की स्मृति में 92 साहित्यकारों को सम्मानित किया। जिसमें नगर से डॉ.शिवकुमार तिवारी,डॉ. स्लमाम जमाल,डॉ. राजलक्ष्मी शिवहरे,सिध्देश्वरी सराफ,बसंत कुमार शर्मा,उदयभानू तिवारी,सुरेश मिश्रा विचित्र,रघुवीर अंबर,राजेन्द्र रतन, ज्योति मिश्रा, डॉ. शिवानी परोहा, डॉ. छाया सिंह, अनंतराम चौबे, कालिदास ताम्रकार, दीपक पचौरी,विजय नेमा अनुज,डॉ.अनिल कुमार कोरी,वीणा धामनगांवकर डॉ.आशा श्रीवास्तव शामिल रहीं।
इस अवसर पर मोहन शशि, एम.एल.बहोरिया, सुरेंद्र पवार,डॉ. सुरेश वर्मा,अश्विनी पाठक,डॉ.अरुण कुमार मिश्रा,डॉ. हर्ष तिवारी,डॉ. मोहिनी तिवारी,डॉ. रश्मि बाजपेई,डॉ. गोपाल दुबे,डॉ.उषा दुबे,मीना भट्ट,संगम त्रिपाठी, प्रभातचंद्र श्रीवास्तव, प्रियम तिवारी सहित अनेक साहित्यकार उपस्थित हुए।