दिल के बदले यार ना मिलल ।
थक गईली फूल प्यार ना खीलल।
मुस्कान पर तोहरे मर गइली हम।
लूट गइली पर यार ना मानल।
रुपवा तोहार जईसे चान के अंजोरिया।
दिल देके भईल मुश्किल बा जियल।
बरछी कतार तोहार तिरछी नजरिया।
नजर के नशा लगे शराब के पियल।
हीया से लगाके बना ला मोहे सजना।
सजा बड़ा बा दिल के लिह्lल ओरी दिहल।
– श्याम कुंवर भारती, बोकारो झारखंड