मनोरंजन

हिंदी दिवस – ममता सिंह

चौदह सिसंबर को हिंदी दिवस अवश्य मनाएं,

एक एक शुभकांमना को दो दो बार दोहराएं,

साल भर में मिले इस मौके को  न गवाएं।

 

हिंदी  दिवस पर मिली इंग्लिश में खूब शुभकामनाएं,

कुछ ने गले लग कर मेरे गीतों लेखों और कहानियों पर की चर्चाएं,

यह निजी बात है सबने कहा आप में बड़ी है संभावनाएं,

हम सोच रहे हैं की इन शुभकामनाओं को धन्यवाद के साथ कैसे लौटाएं।

 

हिंदी दिवस पे इंग्लिश में  लिख लिख तालिया बजाएं ,

पढ़े लिखे होने का मौका बिल्कुल न गवाएं,

भले ही यह शुभ संदेश हम समझ न पाएं,

पर हाथ जोड़ रिश्ते अवश्य निभाएं।

 

शाम को मिली कुछ और  देवियां,

शुभकामनाओं से फिर खिल खिला उठी क्यारियां,

हमनें कहा खूब मिली शुभकामनाएं यू ही सदैव बनाए रखें दुआएं,

पर बहनों कृपया इन संदेशो  में हिंदी हमें दिखाएं।

 

तो बात बोलिया हो गई ठिठोलियाँ ,

अरे क्या हिंदी में ही हिंदी लिखा जाए,

यह सुन हम चकराए  प्रभु जी लाज बचाएं,

जय जय हिंदी हिंदुस्तान के माथे की बिंदी, इस कल्पना में खो जाएं।

– ममता सिंह राठौर,  ग़ज़ियाबाद , उत्तर प्रदेश

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