जीवन मृत्यु का भेद
तुमको कुछ बतलाऊंगा।
हो सका तो तुमको
सच्चा जीवन निर्वाह सिखलाऊंगा।
क्षण भर का जीवन
क्षण भर की मृत्यु
फिर भी
तुमको कुछ बतलाऊंगा।
भेदभाव की नीव
जो रखी तुमनें
उसको भी एक दिन मिटाऊंगा।
धर्म के नाम पर
अधर्म तुम करते हो
धर्म की परिभाषा भी तुम
अपनी मर्जी से बदलते हो,
तुमको सच्चा धर्म
एक दिन जरूर सिखलाऊंगा।
– राजीव डोगरा
पता-गांव जनयानकड़
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
9876777233