मनोरंजनहाथों की लकीरें – दीपक राहीnewsadminAugust 30, 2022 by newsadminAugust 30, 20220213 हाथों की लकीरों को, मैंने कभी नहीं पढ़ना चाहा, कभी किसी ज्योतिष से, दशा दिशा नहीं पूछी, नक्षत्र ग्रह नहीं पूछें, कभी विश्वास नहीं किया,...
मनोरंजनमाँ वीणापाणि शारदे – कालिका प्रसादnewsadminAugust 30, 2022 by newsadminAugust 30, 20220198 माँ वीणापाणि शारदे, माँ तुमसे मेरी यही पुकार। झोली भर दो माँ ज्ञान से, दूर करो जीवन से अंधकार। विद्या बुद्धि माँ सहजता दो,...
मनोरंजननुक्स निकलने के बजाय, सरकारी स्कूलो की कार्यशैली को करीब से देखिये – समरजीत मल्लnewsadminAugust 30, 2022 by newsadminAugust 30, 20220186 Neerajtimes.com – ये ट्रेन्ड चल रहा है लोगों में, कि सरकारी स्कूल में पढाई नहीं होती अध्यापक बैठे रहते हैं ,उन्हें फ्री में सैलरी गवर्नमेंट...
मनोरंजनगीत – जसवीर सिंह हलधरnewsadminAugust 29, 2022 by newsadminAugust 29, 20220183 नई मंजिलें हैं नए काफ़िले हैं । नई राह जुडतीं नए फासले हैं ।। गई छूट बस्ती जहां से चले थे । वहीं एक...
मनोरंजनजीवन और परिवर्तन – ऋतु गुलाटीnewsadminAugust 29, 2022 by newsadminAugust 29, 20220200 भोला सा मेरा मन था कभी, चंचल सा चित्त था वो कभी, अलहड़ सी जिंदगानी थी, खुशियो से बीता पल था। प्रेम छलकता था...
मनोरंजनहिंदी – ललिता शर्माnewsadminAugust 29, 2022 by newsadminAugust 29, 20220188 कदम मिलाकर चल रही, जनता अंगरेज़ी की चाल। कौना- कौना बिलख रही, हिंदी, बेचारी बदहाल॥ आज परिंदे पर को खोले, उड़ते जाते साथ। आंग्ल...
मनोरंजनअनुपम रूप तुम्हारा- भूपेन्द्र राघवnewsadminAugust 28, 2022 by newsadminAugust 28, 20220207 अतुलित अनुपम रूप तुम्हारा, आज विवश हो कविमन हारा । हो गयीं बेसुध सब उपमाएं, कैसे तुम पर छंद बनाएं । अँखियन लट की नागिन...
मनोरंजननहीं सीखा मैंने रुकना – ममता जोशीnewsadminAugust 28, 2022 by newsadminAugust 28, 20220186 जीवन में सुख-दुख आया है, घबराना सीखा नहीं मैंने, हार कर कभी जीत गई तो, जश्न मनाया है नहीं मैंने । फूलों सी चाहत...
मनोरंजनइस तरहां धीरे-धीरे – गुरुदीन वर्माnewsadminAugust 27, 2022 by newsadminAugust 27, 20220210 इस तरहां धीरे – धीरे, हो गया है हाल यह। अंजाम आगे क्या होगा, राज है अभी यह।। इस तरहां धीरे- धीरे————————।। तुझमें है ऐसी...
मनोरंजनप्रवीण प्रभाती – कर्नल प्रवीण त्रिपाठीnewsadminAugust 27, 2022 by newsadminAugust 27, 20220199 मोहन की मुरली मनभावन चित्त अनेक लुभाय रही है होंठ लगे उपजे सुर मादक वो मधु को बरसाय रही है। गोपिन गोप सखा सँग धेनु...