मनोरंजनगीत- जसवीर सिंह हलधरnewsadminOctober 25, 2022 by newsadminOctober 25, 20220149 मंच से कुछ नामधारी व्यर्थ करते गर्जनाएं, लोग पत्थर के हुए हैं मर चुकी संवेदनाएं ।। रोज विष का पान करती रो रही गंगा...
मनोरंजनप्रभाती मुक्तक :- कर्नल प्रवीण त्रिपाठीnewsadminOctober 25, 2022 by newsadminOctober 25, 20220146 भाव पिता के मन के अब तक, बोलो कौन समझ पाया। प्रेम हिलोरें मारे हरदम, अंतस खोल न दिखलाया। शुष्क आवरण श्रीफल जैसा, अंदर रस...
मनोरंजनपरियों की रानी – मनीषा सिंहnewsadminOctober 25, 2022 by newsadminOctober 25, 20220326 परी देश की एक ऐसी कहानी, वहा थी एक परियों की रानी। करती थी वो बच्चों से प्यार, बच्चे थे उनके राज दुलार। ...
मनोरंजनदीपावली का आध्यात्मिक संदेश – मुकेश मोदीnewsadminOctober 25, 2022 by newsadminOctober 25, 20220105 neerajtimes.com – दीपावली घरों के साथ साथ दिलों को भी रोशन करने वाला ऐसा अनूठा त्योंहार है जो हमारे जीवन में नवीनताए, सुन्दरता और ताजगी...
मनोरंजनमीठुं – प्रदीप सहारेnewsadminOctober 24, 2022 by newsadminOctober 24, 20220337 उम्र हो गयी, पचास पार । सुख से चल रहा, “शांति “के साथ घरबार । शांति थी गुजरात की, बढियां चल कारोबार । बच्चे भी...
मनोरंजनउनके लिए – राधा शैलेंद्रnewsadminOctober 24, 2022 by newsadminOctober 24, 20220367 उनसे अब बात नहीं होती, जिनसे हर बात कहने की आदत थी। मैं शिकवा करूं भी तो खुद से क्या ? कुछ तो हालात ने...
मनोरंजनकुंडलिया सृजन – मधु शुक्लाnewsadminOctober 23, 2022 by newsadminOctober 23, 20220132 आती जब “दीपावली”, स्वच्छ दिखें घर द्वार । रिश्तों में आता नजर, बेहद प्रेम दुलार ।। बेहद प्रेम दुलार, प्रफुल्लित रखता तन मन ।...
मनोरंजनमंगल दीप जलायें – अनिरुद्ध कुमारnewsadminOctober 23, 2022 by newsadminOctober 23, 20220163 भेदभाव नफरत को छोड़ें, मानव को मानव से जोड़ें। सोना जीवन सफल बनायें, आयें मंगल दीप जलायें। स्वर्णिम आभा जग फैलायें, हर्षित मानव मन...
मनोरंजनमधुर सम्बन्धों का पुनर्गठन – मुकेश मोदीnewsadminOctober 23, 2022 by newsadminOctober 23, 20220296 neerajtimes.com- हम सब मनुष्यात्माएं अनन्तकाल से जीवन यात्रा पर हैं । मृत्यु के अल्पकालिक पड़ाव के बाद आत्मा नया जन्म पाकर सुखद, शान्तिपूर्ण, मनहर्षक और...
मनोरंजनगीत – जसवीर सिंह हलधरnewsadminOctober 22, 2022 by newsadminOctober 22, 20220412 तन राह भूला भीड़ में मन घूमता वीरान में । क्यों कैद इसमें हो गया इस बात से हैरान मैं ।। वैभव सभी करते नमन...