तेरी यादें –
तेरी यादें, भूला न पाऊं
तुझे दिल से, जुदा कर न पाऊं !
तू है मेरी रूह, मेरी आरज़ू …..,
बिन तेरे यहाँ एक पल रह न पाऊं !!
ख़्वाहिश –
मेरी ख़्वाहिशें, मेरी तमन्नाएं
तू ही है, मेरी आरज़ू बंदगी !
मेरी इच्छाएं, मेरी कल्पनाएं …,
मेरी तकदीर, तू है मेरी ज़िंदगी !!
ज्योति –
ज् – ज्यों-ज्यों ज्ञान-ज्योति जलती चले
यो – योग-विद्या चले जीवन को बदलते !
ति – तिमिर छंटें,चहुँओर उजियारा फैले.,
ज्योति से ज्योति जले नित आनंद बरसे !!
– सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान