मनोरंजन

गीत कहाँ से लाऊं – रश्मि मृदुलिका

वो नव गीत कहाँ से लाऊं

जिसे मैं फिर से गा पाऊँ

दिल की तह खुल जाये,

प्रीत की रूत घुल जाये,

मीत मेरा जो लौटा लाये,

वो नव स्वर कहाँ से लाऊँ,

जिसे मैं फिर से गा पाऊँ,

सुर सरिता बह जाए

मन मगन बन जाए,

तन झुमे और लहराये,

वो सरगम कहाँ से लाऊँ,

जिसे मैं फिर से गा पाऊँ,

चातक सा प्रिय बोले,

देख सूरत हिय डोले,

स्वप्न अंखियो में भर लाये,

वो रागिनी कहाँ से लाऊँ,

जिसे मैं फिर से गा पाऊँ,

– रश्मि मृदुलिका, देहरादून , उत्तराखंड

Related posts

कवि सुधीर श्रीवास्तव हिंदी सेवी सम्मान, वंदेमातरम् सम्मान 2024 व राम दुलारे स्मृति साहित्य शिरोमणि सम्मान से सम्मानित

newsadmin

भीषण गर्मी में मजदूरों की फ़िक्र जरूरी – प्रियंका सौरभ

newsadmin

मुक्तक (नेपाली) – दुर्गा किरण तिवारी

newsadmin

Leave a Comment