मनोरंजन

गीत – जसवीर सिंह हलधर

भारत को बर्वाद करेगी बीमारी जनसंख्या की ।

दंगों को आबाद करेगी चिंगारी हुजनसंख्या की ।

 

जंग सरीखी निगल रही है सब योजन प्रयोजन को ।

अर्थ तंत्र को रोक रही है सटक रही है भोजन को ।।

भूख गरीबी से लड़ने में सबसे बड़ी यही बाधा  ,

उजला पानी गाद करेगी ये यारी जनसंख्या की ।।१

 

अब भी समय सँभल जायें तो रोग यहीं पर रुक जाए ।

इसकी गति को रोक सके तो पलड़ा इसका झुक जाए ।।

जनसंख्या के बड़े आंकड़े ,सरकारों को फ़िक्र नहीं ,

झगड़ों को ईज़ाद करे चौकीदारी जनसंख्या की ।।२

 

देश हमारा बदल रहा है भीड़-भाड़ ही बाधक है ।

और दूसरा रोग मज़हबी इससे ज्यादा घातक है ।।

पत्थर वाजों की टोली तैयार हो रहीं भारत में ,

आतंकी नौशाद करे पैरोकारी जनसंख्या की ।।३

 

एक नहीं दो चार नहीं नौ नौ बच्चे पैदा करते ।

औरत को लाचार मान कर,धरती को सैदा करते ।।

स्वागत सभी करो मिलकर कानून नया अब तो आए ,

शान्ति में उन्माद भरे पैरोकारी जनसंख्या की ।।४

– जसवीर सिंह हलधर , देहरादून

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