मनोरंजन

चंद्रयान की सफल उड़ान – हरी राम यादव

चंद्रयान उड़ चला धरा से,

अपने चंदा मामा के गांव।

खेलेगा कूदेगा, खुश होगा।

मामा के घर प्यारी छांव।

मामा के घर प्यारी छांव,

पांव पांव दौड़ेगा मिट्टी में।

राख, धूल, कण खोजेगा,

मामा के घर की पट्टी में।

घर लौटते नाना नानी से,

लेकर आयेगा ढेरों उपहार।

वैज्ञानिक करके विश्लेषण,

– हरी राम यादव, अयोध्या, उत्तर प्रदेश

Related posts

तख्ती और स्लेट – रेखा मित्तल

newsadmin

मेरी कलम से – मीनू कौशिक

newsadmin

मेरी कलम से – मीनू कौशिक “तेजस्विनी”

newsadmin

Leave a Comment