है सरल बनना नहीं यहां आसान
और जीवन में बने रहना यहां सरल !
बस, करते चलें हम अपने काम…..,
और बने रहें सदा सरल हर पल !!1!!
रहे जो जीवन में बन सरल
है वही असलियत में यहां विरल !
वरना, कहां रह पाते लोग सरल……,
और ज़िन्दगी गुज़र जाती दिखावे में हर पल !!2!!
ग़र, सरल बनके हम रहना चाहें
तो, करना है कुछ भी यहां नहीं !
बस, कम करदें अपनी लोभ इच्छाएं…,
और रहें संतुष्ट, सोचें सदा सही !!3!!
बना रहे जो यहां अपने स्वभाव में
वही रह पाए जीवन में सदा सरल !
जिसके मन में हों नहीं कोई दुर्भाव…..,
वही बन पाए है जीवन में विरल !!4!!
है जीवन उसी का सुखी प्रसन्न यहां
जो रखता है न्यून इच्छाएं मन में !
और करे चलता जीवन में नित उन्नयन…..,
वही बने सरल विरल इस जीवन में !!5!!
है यही जीवन का सत्य यथार्थ
कि, सबकुछ लगता है यहां सरल !
बस, सरल बनना ही है कठिन यहां ….,
और सरलता से विरल होना और भी मुश्किल !!6!!
जीवन की प्रत्येक सच्चाई को
चलें सदा सहर्ष करते हम स्वीकार !
और सरल बनने का करें सतत प्रयास….,
यही है जीवन का सार्थक सुविचार !!7!!
-सुनील गुप्ता (सुनीलानंद), जयपुर, राजस्थान