काम की है चाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ।
राष्ट्र की परवाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
अब नहीं खानी पड़ेंगी नौजवानों ठोकरें ,
भूख से है आह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
कोशिशें सरकार की दस्तक जवानों दे रहीं ,
चाहिए तनख़ाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
आस्तीनों में सपोले, आग सड़कों पर खड़ी ,
रोकना है दाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
योजना का ध्येय जानें कूप की गहराइयाँ ,
भाँपनी है थाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ।
रोजगारी देश सेवा का अनौखा मेल है ,
मान की है गाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
दूरदर्शी सोच के परिणाम भी होंगे सुगम ,
जीत का उत्साह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ ।
देख “हलधर” सामने आतंकियों का जाल है ,
दुश्मनों से डाह जिनको वो चुनेंगे अग्निपथ।
– जसवीर सिंह हलधर, देहरादून