मनोरंजन

ऐसे हँसते रहो (बाल दिवस पर) – गुरुदीन वर्मा

ऐसे हंसते रहो , यूँ हंसाते रहो ।

गुनगुनाते रहो , गीत गाते रहो ।।

अच्छा लगता है, दिल भी लगता है ।

तुम जो हंसते हो , गम भी मिटता है ।।

ऐसे हंसते रहो —————————–।

यह गुलशन हंसा है , तुम्हे देखकर ।

आसमां भी झुका है , तुम्हे देखकर ।।

ये चली है बहारें , तुम्हे देखकर ।

यह हुआ है सवेरा , तुम्हे देखकर ।।

ऐसे खिलते रहो ,यूँ मचलते रहो ।

अच्छा लगता है , दिल भी लगता है ।।

तुम जो हंसते हो , गम भी मिटता है ।

ऐसे हंसते रहो —————————-।।

आने वाले कल की, तुम तस्वीर हो ।

इस वतन की नयी तुम, तकदीर हो ।।

मोड़ दे जो राह , बहते नीर की ।

चीर दे जो पहाड़ , तुम वो वीर हो ।।

मुस्कराते हुए ऐसे बढ़ते रहो ।

अच्छा लगता है , दिल भी लगता है ।।

तुम जो हंसते हो , गम भी मिटता है ।

ऐसे हंसते रहो ————————–।।

– गुरुदीन वर्मा.आज़ाद

तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

मोबाईल नम्बर- 9571070847

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