विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में यशपाल आर्य ने सोमवार को विधानसभा में कार्यभार ग्रहण किया।
इस दौरान यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार को जनता के सवालों से बचने नहीं दिया जाएगा। सदन से सड़क तक पार्टी संघर्ष करेगी। सरकार बिजनेस न होने का बहाना बनाकर छोटे सदन संचालित करती रही है।
सिर्फ नौ विधायक मौजूद रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी और विधायक एकजुट हैं। व्यस्तता की वजह से कुछ सदस्य नहीं पहुंचे। कहा कि हरीश धामी को मनाने में वह कसर नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मुलाकात कर ज्ञापन सौपेंगा।
कांग्रेस नेतृत्व ने हाल में ही प्रदेश अध्यक्ष, नेता विधायक दल (नेता प्रतिपक्ष) व उप नेता प्रतिपक्ष के पदों पर नियुक्तियां की थीं। जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौंपा गया है। इससे पहले रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पदभार ग्रहण किया।
सोमवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य अपने कार्यालय में हवन-पूजन के बाद कार्यभार संभाला। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आर्य को पहली बार नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।
इस दौरान विधायक सुमित ह्रदयेश, भुवन कापड़ी, मनोज तिवारी , अनुपमा रावत , ममता रावत और गोपाल राणा मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।