मनोरंजनहिंदी समाचार पत्र के प्रतिनिधि धन्य है जो हिंदी का परचम फहराये हुए है : संगम त्रिपाठीnewsadminJune 5, 2022 by newsadminJune 5, 20220101 Neerajtimes.com जबलपुर (मध्यप्रदेश) – आज भी हिंदी अपने देश में अस्तित्व के लिए जूझ रही है बताइए है न आश्चर्य की बात हमारे कुछ कवि...
मनोरंजनप्रेरणा हिंदी सभा में उत्तर से दक्षिण तक हिंदी प्रेमी जुड़े : संगम त्रिपाठीnewsadminJune 5, 2022 by newsadminJune 5, 20220125 neerajtimes.com जबलपुर (मध्यप्रदेश) – राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित संस्था प्रेरणा हिंदी प्रचार सभा में उत्तर से लेकर दक्षिण तक हिंदी प्रेमी कवि साहित्यकार समाजसेवी पत्रकार...
मनोरंजनधरती – ममता जोशीnewsadminJune 5, 2022 by newsadminJune 5, 20220206 हमेंशा मुझको गोद लिए , कितना प्यार तू करती है। मैं गलती लाखों करके भी, तू शिकायतें नहीं करती है। हे मां मेरी धरती मां।।...
मनोरंजनगीतिका – मधु शुक्लाnewsadminJune 3, 2022 by newsadminJune 3, 20220123 प्रीति की रीति जग को सिखाते चलो, टूटते घर जतन से बसाते चलो। कष्ट देकर किसी को न पाओ खुशी, साथ इंसानियत का निभाते...
मनोरंजनगजल – ऋतू गुलाटीnewsadminJune 3, 2022 by newsadminJune 3, 2022096 सुन जरा बाते कभी परिवार की। आरजू उठती रही दीदार की। यूँ न रूठो तुम मनाना छोड़ दे। जग सुनेगा आज बातें प्यार की।...
मनोरंजनवर्ष गया यूँ बीत – प्रियदर्शिनी पुष्पाnewsadminJune 3, 2022 by newsadminJune 3, 20220108 शिला लेख पर अंक हो, वर्ष गया यूँ बीत। स्मृतियों का उपहार दे , चले गये हो मीत।। हर्ष भाव को मार कर ,...
मनोरंजनग़ज़ल – विनोद निराशnewsadminJune 3, 2022 by newsadminJune 3, 20220118 क्या कहे कहने को क्या पास है , मन ये दुखी और दिल उदास है। भला वो क्या जाने दर्दे-जुदाई, हमें तो जख्मे-दर्द का...
मनोरंजनप्रवीण प्रभाती – कर्नल प्रवीण त्रिपाठीnewsadminJune 2, 2022 by newsadminJune 2, 20220132 संदेशा इस बात का, पहुँचे घर घर आज। शुचिता के अभियान का, मिलकर हो आगाज़। मिलकर हो आगाज़, लक्ष्य यह पूरा कर लें। जागृत...
मनोरंजनवर्षा – जि. विजय कुमारnewsadminJune 2, 2022 by newsadminJune 2, 20220118 आया रे आया रे । घिर घिर कर शोर मचाया रे। हम सब को भीगया रे। गर्मी को भगाया रे। दूर दूर से...
मनोरंजनमाता पिता और गुरु – कालिका प्रसादnewsadminJune 2, 2022 by newsadminJune 2, 2022097 माता-पिता ने जन्म दिया, दिया गुरु ने ज्ञान। लाड़-प्यार दिया दादा-दादी ने। पर गुरु ने दिया भले बुरे का ज्ञान, उठे हृदय में जब भी...